Saturday, June 23, 2012

एक पोस्ट लिखी है अपनों के लिये आशा करती हूँ आप सभी अवश्य पढ़ेंगे...

शानू

बात अपनों की... 

3 comments:

  1. आपकी पोस्ट पढ़ी.
    आपका भावमय लेखन अंदाज
    लाजबाब लगा,शानू जी.

    मुझे गर्व है कि आप और आपके अपने
    मेरे लिए श्रद्धेय और आदरणीय हैं.

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  2. बहुत बढ़िया अभिव्यक्ति ... पिता का आशीर्वाद तो हमेशा साथ होता है ... आभार

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  3. आपका आलेख दिशाबोधी है. आज हम सभी देख रहे हैं की धर्म , विश्वास और श्रद्धा के नाम पर एक बहुत बड़ा बिजनेस फल फूल रहा है, समय रहते इस को नष्ट नहीं किया गया तो भ्रष्टाचार जैसी महामारी बन जाएगा.

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