आईये विचार करें..
सोशल साइट्स के ज़रिये जनता ने दामिनी, सुनंदा जैसे कई केस ऎसे हैं जिनमें अपराधियों को अंजाम तक पहुंचाया है, लेकिन अब तो ऎसा चलन हो गया है। कुछ समय से व्हाट्स एप जैसी साइट्स पर लोग दहशत फैलाने वाले विडियों अपलोड करते हैं साथ ही हिदायत देते हैं कि इस विडियो को जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा फैलाया जाये।
आज ऎसा ही एक वाकया मेरे ग्रुप में हुआ किसी महिला के पास कहीं से एक विडियो आया और उन्होनें तैश में आकर उसे सभी ग्रुप्स में इस हिदायत के साथ पेश किया कि इसे जितना फैला सकते हो फैलाओ, ताकि मोदी तक ये बात पहुंचे और इस कुकृत्य पर सरकार कोई एक्शन भी ले सके। अपना फ़र्ज़ समझ सब यही करने लगें होंगे, ग्रुप में एक लड़की की इस विडियो को देख कर तबीयत भी बिगड़ गई। लिखना तो नहीं चाहती थी, लेकिन लिखने पर विवश हो गई हूँ...
आप सोच रहे होंगे उस विडियो मे ऎसा क्या था, उसके साथ भेजे नोट पर लिखा था कि यह आंध्र प्रदेश की घटना है, इस लड़की को कुछ लोगों ने मिलकर मारा और जिंदा जला दिया। अब विडियो ऎसा था कि देखकर रौगंटे खड़े हो जाना स्वाभाविक सी बात थी, लेकिन उस भीड को देख कर मै दंग रह गई, करीब सौ सवा सौ लोगों की भीड़ में सिर्फ़ चार या पाँच लोगों का इस अज़ीब कारनामें को अंजाम देना। जिसमें दो महिलायें भी शामिल थी, मन में कुछ प्रश्न उठे,... क्या इस तरह के विडियो हमें यहाँ-वहाँ फैला देनें चाहिये? क्या ऎसा करने से हम समाज में दहशत नही फ़ैला रहे हैं, वो भीड़ क्यों खामोश थी, किसी ने बीच बचाव क्यों नहीं किया, पुलिस को खबर क्यों नहीं दी? उस लड़की ने ऎसा क्या किया था,,, वगैरह-वगैरह। मुझे लगा मुझे इसकी जानकारी किसी बड़े अधिकारी को देनी चाहिये...
आप सबको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यह घटना आँध्रप्रदेश की थी ही नहीं। ये किसी बाहर के देश (Guatemala) का विडियो था जिसमें किसी लड़की को ड्राइवर के खून और लूट के इल्ज़ाम में भीड़ के द्वारा पीटा जा रहा था। जब मैने यह घटना लिंक के साथ ग्रुप में डाली तो उस विडियो डालने वाली लड़की ने माफ़ी मांगते हुए कहा कि मुझे किसी ने भेजा था, मैने भी आगे भेज दिया...
दोस्तों आप सभी से निवेदन है इस आगे भेजने वाली बीमारी से बचे, यदि कहीं से कोई सूचना आती थी है तो पुलिस में खबर करें या तुरंत डिलिट मारे भेजने वाले को हिदायत भी दे दें की हम इसे पुलिस में तुम्हारे नाम और फोन नम्बर के साथ दे रहे हैं, हो सकता है आपके द्वारा यह दहशत फैलने का कार्य यहीं पर समाप्त हो जाये।
सुनीता शानू
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, आज विश्व पर्यावरण दिवस है - ब्लॉग बुलेटिन , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !