Wednesday, December 25, 2013

ड्रोन आएगा डाक लाएगा ( अमर उजाला में प्रकाशित एक टिप्पणी)




कल मैंने दादी मां को बताया कि भविष्य में आपके लिए ड्रोन से सामान भिजवाएंगे। दादी मां घबरा गई, ऐसा कैसे संभव है? सोच-विचार कर काम करना चाहिए, ड्रोन तो एक राक्षस है बिटवा। आए दिन खबर सुनती हूं, आज यहां हमला, कल वहां हमला।

अमेरिकी ड्रोन ने पाकिस्तान पर कितने हमले किए हैं, तुम्हें कुछ पता भी है! हमारे इस पड़ोसी देश में लोग ड्रोन का नाम सुनकर ही कांप उठते हैं। पता नहीं, वहां इसने आतंकवादियों के साथ कितने निर्दोषों की जान ली है। ऐसा शक्तिशाली ड्रोन सामान उठाएगा? ड्रोन अंग्रेजी का शब्द है, जिसे हिंदी में नर मधुमक्खी कहते हैं। मधुमक्खी के छत्ते में हाथ न ही डालो, तो अच्छा।

लेकिन वह दिन दूर नहीं, जब बच्चे चिल्लाते नजर आएंगे, ड्रोन आया डाक लाया। आप भी कहती नजर आएंगी, ऐ ड्रोन, चल आलू-प्याज ला।

आपको क्या लगता है कि ड्रोन थैला उठाकर बाजार जाएगा? हमें तो इस पर यकीन नहीं होता। लेकिन दिग्गज ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजन कह रही है कि अब ड्रोन यह करेगा, ड्रोन वह करेगा। जबकि ड्रोन का नाम सुन-सुनकर हमें डर लगता है कि न जाने कब, कहां हमला कर दे। इसे रडार भी देख नहीं पाता। फिर क्या पता चलेगा कि फलां ड्रोन के पास राशन है और फलां ड्रोन के पास बम।

सुना है कि यह विमान एक बार ईंधन भरने के बाद आधी दुनिया का चक्कर लगा सकता है और 18,000 मीटर की ऊंचाई पर उड़ते हुए बादल छाए रहने के बावजूद एक-एक व्यक्ति पर निगरानी रख सकता है। अब बताओ, एक-एक आदमी की निगरानी की क्या आवश्यकता है भला! इससे तो अच्छा था कि इसे पतियों की जासूसी के लिए प्रयोग में लाया जाता।

कुछ साल पहले एक फिल्म आई थी, थ्री इडियट्स। उसमें भी ड्रोन रूपी एक ऐसा उपकरण दिखाया गया था, जो रिमोट द्वारा उड़ाया जा रहा था। उसकी जासूसी देखकर सब सहम गए थे। खासकर महिलाएं तो उसे देखकर डर ही गई थीं। हमें सावधान होने की जरूरत है। यह ड्रोन हमारे ऊपर बिन बुलाई आफत के रूप में आने वाला है। पहले कबूतर उड़ते थे डाक लिए, उसके बाद संदेश वाहक आए, बेतार के तार टेलीग्राम, फिर हवाई जहाज, रेलगाड़ियों द्वारा डाक आई और आने वाले दिनों में ड्रोन को डाकिया बना डालने की तैयारी है। आगे-आगे देखिए, होता है क्या!

सुनीता शानू